‘घर’ ज़ेहन में ये शब्द आते ही सबको सुख का अनुभव होता है और होगा भी क्यों नहीं, सारी दुनिया की भागदौड़ के बाद इंसान घर में ही सुकून पाता है। इसलिए घर को बनाने और उसकी सजावट में हम सब विशेष ध्यान रखते हैं और पैसा भी खर्च करते हैं।

वास्तु विज्ञान, गृह निर्माण से जुड़ा हुआ विज्ञान है जो ऊर्जा प्रवाह के सिद्धांत पर आधारित है। घर के निर्माण के बाद इसकी सजावट करते समय भी वास्तु के अनुसार ध्यान रखा जाना जरुरी है। चारों दिशाओं से आने वाली ऊर्जा का प्रवाह घर में रखी वस्तुओं, सजावट, पेड़ पौधों आदि के द्वारा प्रभावित होती है ।

वास्तु शास्त्र के नियमों द्वारा नकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को समाप्त करके सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बनाया जाता है।

आइये जानते हैं घर की सजावट के लिए वास्तु टिप्स

घर हो या कार्यस्थल प्रत्येक जगह सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखना बहुत जरुरी है। इसके लिए सबसे आवश्यक है कि निर्माण वास्तु के अनुसार किया जाए। घर की सजावट में इस्तेमाल किये जाने वाली वस्तुओं आदि में ध्यान न रखने पर वास्तु दोष उत्पन्न हो सकता है।

मुख्य द्वार की सजावट के लिए वास्तु टिप्स:

मुख्य द्वार घर में ऊर्जा के प्रवेश के सबसे प्रमुख स्त्रोत होता है इसलिए यहाँ से आने वाली ऊर्जा सकारात्मक हो इस बात का बहुत ध्यान रखा जाना जरुरी है।

  • घर के मुख्य दरवाज़े पर अधिक तड़क भड़क वाली, अनावश्यक दिखावटी तस्वीर न लगायें।
  • घर के मुख्य द्वार पर स्वास्तिक, ॐ, कलश, पवन-घंटी, शंख, मछलियों का जोड़ा या आशीर्वाद मुद्रा में बैठे गणेश जी लगाना शुभ माना जाता है।
ड्राइंग रूम की सजावट के लिए वास्तु टिप्स
  • घर के ड्राइंग रूम या पूजा-घर में पूर्वजों की तस्वीर लगाना अशुभ मना जाता है ये वास्तु दोष उत्पन्न करते हैं।
  • राधा-कृष्ण की युगल छवि या खुशनुमा पक्षियों की तस्वीरें ड्राईंग रुम में लगा सकते हैं। ये सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न करते हैं।
हिंसक जानवरों की तस्वीरें न लगायें

हिंसक तस्वीरें नकारात्मक प्रभाव उत्पन्न करती हैं जिससे वास्तु दोष उत्पन्न होता है। युद्ध, हिंसक जानवरों आदि की तस्वीरें हमारी सोच में अशुभ प्रभाव उत्पन्न करते हैं जिससे घर का वातावरण अशांत हो कलह का, लड़ाई झगड़े का वातावरण बनता है। ये रिश्तों पर भी बुरा असर डालती है।

कौनसी चीज़े लगायें घर में ( सजावट के लिए वास्तु टिप्स)
  • घर में हमेशा खुशनुमा रंगों वाली पॉजिटिव तस्वीरें लगानी चाहिए।
  • घोड़े बलिष्ठता, विस्तार, गति और पौरुष का प्रतीक माने जाते हैं इसलिए घर में घोड़े की तस्वीर लगाना शुभ माना जाता है। लेकिन ऑफिस में घोड़े का शोपीस रखना व्यवसाय को धीमा कर सकता है।
  • गाय बैल की तस्वीर भी प्रगति को इंगित करती है।
बच्चों की पढ़ाई के लिए जरुरी वास्तु टिप्स
  • स्टडी रूम में माता सरस्वती की तस्वीर होना शुभ माना जाता है।
  • स्टडी टेबल की दिशा इस प्रकार हो कि पढ़ते समय मुख पूर्व या उत्तर दिशा में हो।
  • करियर में सफलता के लिए वास्तु टिप्स के अनुसार उत्तर दिशा में जम्पिंग डॉल्फिन या मछलियों के जोड़े की फोटो लगाने से करियर में सफलता प्राप्त करने में मदद मिलती है।
घर के वास्तु से जुड़ी अन्य अहम बातें जो विशेष रूप से ध्यान रखनी चाहिए:
  • घर में प्रतिदिन भगवान की पूजा होनी चाहिए जिसमें विशेष रूप से दीपक अवश्य जलाना चाहिए। इससे घर का वातावरण शुभ बना रहता है। पूजन सदैव उत्तर या पूर्व की ओर मुख करके ही करना चाहिए।
  • न हो तीन गणेश जी की मूर्ति – घर में तीन गणेश जी अगर हैं तो या तो एक और मूर्ति रख कर 4 कर लें अथवा एक को विसर्जित कर दें। इसी प्रकार 3 देवियों एवं 2 शंख भी पूजन घर में रखना अशुभ माने जाते हैं।
  • घर में तुलसी का पौधा अवश्य होना चाहिए : घर में तुलसी, सीता अशोक, आंवला आदि में से घर में 2 पौधे अवश्य होना चाहिए। ये सभी घर में सुख समृधि को बढ़ाने में सहायक होते हैं। तुलसी तो पौराणिक और आयुर्वेदिक रूप से भी बहुत महत्वपूर्ण मानी गई है।
  • इस दिशा में रखें धन (तिजोरी): आर्थिक ऊर्जा का प्रवाह और संरक्षक उत्तर दिशा को माना जाता है। इस दिशा के स्वामी हैं कुबेर। धन को इसी उत्तर या उत्तर-पूर्व ( ईशान) दिशा में रखने से लक्ष्मी का प्रवाह सतत स्थाई बना रहता है।
  • उत्तर दिशा की दीवारों का रंग नीला होना चाहिए इससे घर में सुख शांति बनी रहती है।
  • घर में पहली रोटी वास्तु देव को समर्पित करके उसे गाय को देनी चाहिए। इससे घर में सुख समृद्धि बढ़ती रहती है।
  • झाडू : झाडू घर की गंदगी को को बाहर निकालता है इसलिए इसे लक्ष्मी का रूप माना गया है। झाड़ू को कभी भी खड़ा नहीं रखना चाहिए। इसे ऐसे स्थान पर रखें जहाँ से ये बार बार दिखाई न देता हो और पैरों में नहीं आता हो।
  • घर में अनावश्यक कबाड़, पुरानी टूटी-फूटी मशीनें, टूटा हुआ काँच आदि बिलकुल भी न रखें। इसके घर में रहने से मानसिक तनाव बना रहता है जिसकी नेगेटिव एनेर्जी उस घर के सदस्यों पर बुरा असर डालती है।
  • ईशान (उत्तर-पूर्व) या उत्तर दिशा में ही पानी का स्थान होना चाहिए। घर में अगर पानी की टंकी रखी हुई है, तो उस पानी की टंकी में शंख, चांदी का सिक्का या चांदी का कछुआ आदि रखना भी शुभ है।
  • घर में उत्तर दिशा की ओर कांच का बड़ा कटोरा रखकर उसमें चांदी के सिक्के डालकर रखें इससे नकारात्मकता कम होती है। पूर्व-उत्तर कोने में किसी प्रकार की गंदगी ना करें यहाँ से ऊर्जा का सतत सकारात्मक प्रवाह बना रहना चाहिए।
  • इसके साथ साथ उत्तर दिशा में आंवले या तुलसी का पौधा लगाने से घर के वास्तु दोष में सुधार होकर नकारात्मकता दूर होती जाती है।

उपरोक्त सभी वास्तु टिप्स आधारभूत जानकारी के तौर पर हमें अवश्य ध्यान रखने चाहिए। घर या ऑफिस के निर्माण से पूर्व वास्तु विशेषज्ञ से परामर्श लेकर ही निर्माण किया जाना चाहिए जिससे बाद में कोई बाधा ना आये। वास्तु उपायों के रूप में ये जानकरी आपके लिए उपयोगी साबित हो सकती है किंतु अगर घर या कार्यस्थल पर कोई परेशानी है तो वास्तु विशेषज्ञों से अवश्य सम्पर्क करना चाहिए।

जानिए कैसा है आपके घर का वास्तु, कहीं वास्तुदोष तो नहीं परेशानी का कारण? वास्तु विशेषज्ञ पं. पवन कौशिक से जानिए समाधान।