चैत्र नवरात्रि का आखिरी दिन नवमी। इस दिन का महत्व दो कारणों से होता है। आज के दिन मां दुर्गा के नौ वें स्वरुप मां सिद्धिदात्री की उपासना होती है और मर्यादा पुरुषोत्तम के जन्म की खुशी में रामनवमी मनाई जाती है। आज ही के दिन रामलला का जन्म हुआ था इसलिए आज के दिन को राम नवमी कहते हैं। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक श्री राम की उपासना से जीवन के हर क्षेत्र में सफलता पाई जा सकती है। आज के दिन राम नाम के जाप से कई गुणा फल मिलता है। तो आईए जानते हैं इस नवमी कैसे करें श्री राम की उपासना और क्या है शुभ मुहूर्त ।

यह पर्व चैत्र मास के शुक्लपक्ष के नौवें दिन पड़ता है। इसलिए इस पर्व को चैत्र मास के शुक्लपक्ष की नवमी कहा जाता है।

तारीख व पूजा का शुभ मुहूर्त

तारीख

25 मार्च 2018 (रविवार)

शुभ मुहूर्त

सुबह 11:20 से दोपहर 1:45 मिनट तक।

पूजा करने का पूरा कार्यकाल

2 घंटे 25 मिनट।

नवमी तिथि आरंभ

08:02 बजे, 25 मार्च 2018

नवमी तिथि समाप्त

05:54 बजे, 26 मार्च 2018

कैसे करें श्री राम की उपासना

  • मध्य दोपहर में श्री राम की उपासना करें।
  • उन्हें पीले फल, पीले फूल और पंचामृत अर्पित करें।
  • इस दिन श्री राम को तुलसी भी जरूर अर्पित करें।
  • रामनवमी के दिन उपवास रखने वाले व्यक्ति को सुबह जल्दी उठकर घर की साफ सफाई कर स्नानादि के बाद व्रत का संकल्प करना चाहिये।
  • इसके बाद ‘ॐ राम रामाय नमः’ का जाप करें।
  • इस दिन रामचरितमानस का पाठ करना अत्यंत उत्तम व फलदायक माना जाता है।
  • भगवान राम की आरती के बाद पवित्र जल को आरती में सम्मिलत सभी जनों पर छिड़कें।
  • अपनी आर्थिक क्षमता व श्रद्धानुसार दान-पुण्य भी अवश्य करना चाहिये।

रामनवमी की लीला ही अनोखी है। जो भी इस पवित्र नाम का जाप करता है उसे संसार का कोई भी कष्ट परेशान नहीं करता। तो आप भी राम नाम का जाप करें, प्रभु श्री राम की कृपा से जीवन की हर दिशा में विजय मिलेगी।