Hanuman Jayanti 2019 in hindi

श्री राम भक्त हनुमान जी की जयंती हर वर्ष उनके जन्म दिवस के रूप में मनाई जाती है। मुख्य रूप से यह पर्व चैत्र मास पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस विशेष दिन हनुमान जी के भक्त व्रत रखते हैं और मंदिरों में जाकर विशेष पूजा अर्चना करते हैं।

हनुमान जी की पूजा से इंसान की जिंदगी के हर कष्ट दूर हो जाते हैं इसलिए इन्हें संकटमोचन नाम से भी संबोधित किया जाता है। हनुमान जयंती के मौके पर श्रद्वालु धार्मिक तीर्थ स्थलों पर जाकर स्नान व दान कर पुण्य लाभ कमाते हैं। इस दिन रामायण,सुंदर कांड का पाठ,भजन संध्या आदि धार्मिक कार्य भी संपन्न किए जाते हैं।

हनुमान जयं​ती तिथि 2020

8 अप्रैल बुधवार
पूर्णिमा आरम्भ-अप्रैल 07, 2020 को 12:01 पी एम बजे
पूर्णिमा समाप्त-अप्रैल 08, 2020 को 08:04 ए एम बजे

इस तरह बजरंग बली को करें प्रसन्न

हनुमान जयं​ती पर कुछ सावधानियों का ध्यान रखकर हनुमान जी को प्रसन्न किया जा सकता है। हनुमान जी की पूजा अर्चना में ब्रह्मचर्य व शुद्धता का बहुत ध्यान रखा जाना चाहिए। किसी भी मंदिर में हनुमाजी की प्रतिमा पर सिंदूर व चोला चढाया जाता है। इस दौरान प्रसाद में चना,गुड व बेसन के लड्डू का भोग लगाए जाने का महत्व होता है। हर मंगलवार और शनिवार को हनुमान जी की पूजा करने पर जीवन में श्रेष्ठ परिणाम मिलते हैं।

हनुमान जयंती का इसलिए है महत्व

हिन्दू धर्म में मुख्य रूप से चैत्र माह की शुक्ल पूर्णिमा को हनुमान जयंती मनाई जाती रही है मगर कार्तिक मास की कृष्‍ण पक्ष की चतुर्दशी को भी हनुमान जयंती मनाई जाती है। इनमें एक तिथि जन्मदिवस के रूप में और दूसरी विजय अभिनन्दन महोत्सव के रूप में मनाई जाती है। इन दोनों जयंती को लेकर दो कथाएं भी जुडी हुई हैं।

हनुमान जी को जल्दी प्रसन्न होने वाला देवता माना गया है और उनके नाम स्मरण व पूजा से बडे संकट पल भर में दूर होने लगते हैं। इसके अलावा नकारात्मक शक्तियों का भी नाश करते हैं।

शिव के 11 वें अवतार है हनुमान

धर्म शास्त्र अनुसार हनुमान को भगवान शिव का 11वां अवतार माना गया है और मान्यताएं हैं कि महादेव ने हनुमान रूप में अवतार भगवान श्रीराम के कार्यों को पूर्ण सिद्ध करने के लिए ही लिया था।

कलयुग के देवता बजरंगबली

हनुमान जी को अन्य नाम संकटमोचन, बजरंगबली, अंजनि सुत, पवन पुत्र,केसरीनन्दन आदि नाम से भी संबोधित किया जाता हैं। पूरे श्रद्वा भाव से पूजा करने पर बजरंबली जल्दी प्रसन्न भी हो जाते हैं। कलयुग में भी भक्तों के कष्टों को शीघ्र दूर कर हनुमान मनोकामनाएं शीघ्र पूर्ण करने वाले देवता माने जाते हैं।