शनिवार को घर आएंगे हनुमान और खोलेंगे खुशियों के द्वार। इस बार पूरे नौ साल बाद मनाया जाएगा हनुमान जयंती का पर्व पूरे उत्साह के साथ। यूं तो हनुमान जयंती हर साल आती है, लेकिन इस बार ऐसा संयोग 9 साल बाद बन रहा है कि हनुमान जयंती मार्च के महीने में पड़ेगी, वरना सामान्यतः यह अप्रैल में मनाई जाती है। गौरतलब है कि हनुमान जयंती चैत्र मास की पूर्णिमा को मनाई जाती है। इससे पहले 2008 में भी हनुमान जयंती 31 मार्च को पड़ी थी। इस हनुमान जयंती संकटमोचन की कृपा पाने के सरल तरीकों को अपनाकर, आजमाकर आप जीवन की मुश्किलों को दूर कर पाएंगे।

हनुमान जयंती पूजा शुभ मुहूर्त

पूर्णिमा तिथि प्रारंभ

19:35, 30 मार्च 2018

पूर्णिमा तिथि समाप्त

18:06, 31 मार्च 2018

हनुमान जी की जयंती का महत्व

हनुमान जी का जन्म चैत्र शुक्ल पूर्णिमा को हुआ था। इस दिन विशेष प्रयोगों से ग्रहों को भी शांत किया जा सकता है। शुभता व मंगल से सीधा संबंध होने की वजह से शिक्षा व विवाह के मामलों में भी सफलता मिल सकती है।

हनुमान जयंती पूजा

  • उत्तर पूर्व दिशा में जिसे ईशान कोण कहते हैं चौकी पर लाल कपड़ा रखें।
  • हनुमान जी को लाल फूल अर्पित करें।
  • हनुमान चालीसा और सुंदरकाण्ड का पाठ करें.
  • हनुमान जी को सिंदूर, लड्डू और तुलसी अर्पित करें।.

मंगल दोष से छुटकारा पाने के उपाय

  • हनुमान का पूरा श्रृंगार करवाएं।
  • रेशम का एक लाल धागा चरणों में अर्पित करें।
  • मंगल के मंत्र ‘ॐ क्रां क्रीं क्रौं स: भौमाय नमः’ मंत्र का जाप करें।

सेहत की समस्या से मिलेगी मुक्ति/ लाय संजीवन लखन जियाय

हनुमान जी ही वो शक्ति हैं जो लक्ष्मण तक के प्राण बचा लिए थे संजीवनी लाकर। लाल कपड़े पहनें व हनुमान जी को सिंदूर, लाल फूल और मिठाई चढ़ाएं। हनुमान जी के सामने हनुमान बाहुक का पाठ करें।

आर्थिक लाभ और कर्ज से मुक्ति/संकट कटे मिटे सब पीड़ा

  • हनुमान जी के सामने चमेली के तेल की दीपक जलाएं व गुड़ का भोग लगाएं।
  • हनुमान चालीसा का 11 बार पाठ करें व मीठी चीजों का दान करें।

हनुमान जयंती का मौका बड़ा ही पावन होता है जो वर्ष में एक बार ही आता है। इसलिए इस अवसर पर अगर आप बजरंग बली की उपासना करते हैं तो कर्ज़ से मुक्ति शिक्षा की तमाम मुश्किलें भक्ति के शक्ति से दूर हो जाती हैं।