कभी घड़े से विवाह, कभी मूर्ति से विवाह। कभी बिना सलाह के मूंगा पहनना। कभी मंगल की शांति कराना। यह हैं मंगल दोष निवारण के उल्टे सीधे उपाय जो बढ़ा सकते हैं आपकी मुश्किलें। ज्योतिष के जानकारों की मानें तो मंगल दोष को लेकर लोगों में तमाम तरह की धारणाएं हैं। यही वजह है कि अक्सर लोग इस दोष के निवारण के लिए उल्टे-सीधे उपाय करने लगते हैं। अगर आपके कुंडली में मंगल दोष है व इसके कारण बढ़ रही है आपकी मुश्किलें, बिगड़ रहा है आपका स्वभाव और शादीशुदा रिश्तें में बढ़ रहा है तनाव। तो इसके लिए सबसे पहले हम आपको बताते हैं कि क्या है कुंडली का मंगल दोष व इसके निवारण के सटीक उपाय

क्या होता है मंगल दोष

मंगल जब कुंडली के लग्न, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम, द्वादश भाव में हो तो मंगल दोष होता है। मंगल दोष में भी लग्न और अष्टम भाव का दोष ज्यादा गंभीर होता है। मंगल एक उग्र ग्रह है इसलिए विवाह पर इसका प्रभाव समस्याएं बढ़ाता है।

मंगल दोष के मिथ और मान्यताएं

पति-पत्नी में से अगर एक व्यक्ति मांगलिक हो और दूसरा ना हो तो दूसरे की मृत्यु तक हो सकती है। पति-पत्नी के बीच हिंसा तक हो सकती है। मंगल दोष बड़ी समस्याएं देता है व व्यक्ति के जीवन को तहस-नहस कर देता है।

मंगल दोष के सही और लाभकारी उपाय

हर मामले में मंगल वैवाहिक जीवन ही नहीं खराब करता है। अपने स्वभाव का ध्यान रखना भी इस दोष के लाभकारी उपायों में से एक है। इसके अलावा अपने खान-पीने के तरीकों में बदलाव लाकर भी मंगल दोष का निवारण किया जा सकता है। गर्म और ताज़ा भोजन करने से कमजोर मंगल मजबूत होता है व इससे पाचन क्रिया और मनोदशा ठीक रहती है। बजरंग बली हनुमान को संकटमोचन माना जाता है व इनके नित्य पूजन से विशेष लाभ मिलता है। सिर में दर्द रहता है तो मंगलवार को तांबे का छल्ला अनामिका में पहनें। तो अपने जीवन चर्चा में थोड़ा सा बदलाव लाकर आप अपने कुंडली के मंगल दोष का निवारण खुद कर लेंगे।

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