सर्व विघ्नों को हरने वाले गणेश जी प्रथम पूज्य माने जाते हैं इसलिए किसी भी कार्य को करने से पहले गणपति की आराधना करने का विधान है। यूँ तो प्रतिदिन गणपति की आराधना करने से नित नई प्रगति जीवन में आती जाती है लेकिन फिर भी अगर केवल बुधवार को भी गणेश जी की आराधना कर ली जाए तो हमारे सभी कार्य शुभ होते हैं और जीवन में सुख समृद्धि आती है।

क्यों है गणेश जी प्रथम पूज्य ?

गणेश जी के प्रथम पूज्य होने के पीछे कई सारी कथाएं है, जिनमें से एक कारण ये भी है कि गणेश जी सबसे बुद्धिमान माने जाते हैं। एक बार सभी देवताओं में प्रतियोगिता हुई जिसमें शर्त रखी गई कि जो भी सर्वप्रथम धरती के चक्कर लगा कर आएगा उसको प्रथम पूज्य माना जाएगा। सभी देवता अपने अपने वाहन पर सवार होकर रवाना हो गए। गणेश जी ने अपनी बुद्धिमत्ता का परिचय देते हुए अपने माता-पिता भगवान शंकर और माता पार्वती की परिक्रमा कर ली और सबसे पहले पहुँच गए। इसके पीछे तर्क यह था की माता-पिता, एक पुत्र के लिए उसकी दुनिया होते हैं और उनके चरणों में ही सारा संसार बसता है। उनकी इस बुद्धिमत्ता और तर्कशीलता के कारण इस दिन के बाद गणेश जी सभी कार्यों में प्रथमपूज्य हो गए।

गणेश जी का एक नाम विघ्नहर्ता भी है जिसका अर्थ है सभी विघ्नों को करने वाले। आइये जानते हैं कुछ वो उपाय जिनको करने से आपको शीघ्र ही सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है और जीवन में शुभ भावनाएं उत्पन्न होती है।

  • गणेश जी को घी और गुड़ का भोग लगायें जिसको बाद में गाय को खिला दें।
  • घर की नकारात्मक शक्तियों दो दूर करने के लिए मंदिर में श्वेत वर्ण के गणेश जी स्थापित करें।
  • बुध ग्रह दोष है तो मंदिर में मूंग का दान करें।
  • बुधवार को सुबह स्नान करने के बाद गणेश मंदिर में 11 या 21 दूब ( दूर्वा ) अर्पित करें।
  • गणेश जी को खुश करने के लिए आप बुधवार को हाथी को हरा चारा खिलाएं इससे आपको लंबित परेशानियों का हल मिलेगा।

अगर आपके जीवन में अन्य किसी भी तरह की परेशानियाँ है तो कुछ उपाय ऐसे हैं जो आपको इनसे मुक्त कर देंगे।

तन्त्र शक्तियों से मुक्ति के लिए :

सफ़ेद आंकड़े से बने गणपति (श्वेतार्क गणपति ) बुधवार को घर में स्थापित करें। इससे घर में किसी भी प्रकार की तंत्र शक्ति का नाश होता है और नकारात्मकता भी दूर होती है।

विवाह के लिए :

  • कन्या के विवाह में परेशानी आ रही है तो गणेश जी को मालपुए का भोग बुधवार को अर्पित करे। इससे विवाह में आ रही बाधाएं दूर हो जाती है।
  • युवक के विवाह में अगर किसी प्रकार की परेशानी आ रही है तो पीले रंग की मिठाई श्री गणपति को भोग के रूप में अर्पित करें। विवाह सम्बन्धी परेशानियों से निजात मिलती है।